सीकर. सीकर जिले में एक किसान ने प्याज की खेती की आड़ में अवैध रूप से अफीम की खेती कर रखी थी. जब पुलिस को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर फसल नष्ट कर दी. यह मामला नेछवा थाना क्षेत्र का है, जहां गेहूं और प्याज की फसल के बीच अफीम उगाई जा रही थी. पुलिस ने किसान के खेत से 2100 अफीम के हरे पौधे भी जब्त किए हैं. घटना के बाद अफीम की खेती करने वाला किसान फरार हो गया है.

मुखबिर की सूचना पर पहुंची पुलिस
एसएचओ रामकिशन यादव ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नेछवा इलाके के सिगडोला बड़ा गांव में एक किसान गेहूं और प्याज की फसल की आड़ में अवैध रूप से अफीम की खेती कर रहा है. इसके बाद पुलिस ने टीम का गठन कर खेत में दबिश दी. पुलिस की दबिश की सूचना मिलते ही आरोपी मौके से फरार हो गया.

187.94 किलोग्राम अफीम के हरे पौधे जब्त
पुलिस ने खेत से गेहूं और प्याज की फसल के बीच बोई हुई अफीम की फसल नष्ट कर दी. पुलिस ने खेत से 2100 अफीम के हरे पौधे जब्त किए हैं, जिनका वजन 187.94 किलोग्राम है. आरोपी सांवरमल अपने खेत में अफीम की खेती कर रहा था. फिलहाल पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश में जुटी है.

अवैध है अफीम की खेती करना
आपको बता दें कि अफीम नशीला पदार्थ होने के कारण इसकी खेती पर सरकार द्वारा रोक लगाई गई है.  इसकी खेती के लिए किसानों को सरकार से लाइसेंस लेना पड़ता है. सरकार ही किसानों को अफीम के बीज उपलब्ध कराती है और फसल तैयार होने पर डोडा, चूरा और अफीम सभी सरकार को ही बेचना पड़ता है. किसान अपनी मर्जी से इसे कहीं और नहीं बेच सकते. सरकार द्वारा तय मापदंड के अनुसार ही किसानों को पैसे दिए जाते हैं.