पहले मैच के बाद स्टेडियम विस्तार पर फैसला

ग्वालियर : क्रिकेट का वनवास खत्म होने के बाद अब एमपीसीए उड़ान भरने की तैयारी कर रहा है. अंचल में एक बार फिर क्रिकेट की बहार लाने की तैयारी है. क्योंकि पिछले साल ही ग्वालियर को 14 वर्षों के अंतराल के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर का नया क्रिकेट स्टेडियम मिला, जिसकी दर्शक क्षमता करीब 30 हज़ार है. लेकिन क्रिकेट के बेहतर माहौल और बीसीसीआई की रुचि के बाद यहां आने वाले समय में मैचों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. इसे देखते हुए अब नए स्टेडियम की सीटिंग कैपिसिटी 50 हजार किए जाने की तैयारी है.
कैसा है ग्वालियर का नया क्रिकेट स्टेडियम?
ग्वालियर का नया क्रिकेट स्टेडियम पिछले साल मई 2024 में बनकर तैयार हुआ था. एमपीसीए द्वारा मध्यप्रदेश की अपनी क्रिकेट लीग एमपीएल के लॉन्च के साथ ही जून 2024 में इसका उद्घाटन किया गया था. इस स्टेडियम का नाम श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम रखा गया. इस स्टेडियम की सीटिंग कैपिसिटी लगभग 30 हजार की है.इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तय मानकों के अनुसार ही इस स्टेडियम में 9 खेल पिच और फुल लेंथ बाउंड्री है. इसके साथ ही नाइट मैच के लिए इस स्टेडियम में फ्लड लाइट, इंडोर ट्रेनिंग सेंटर के साथ ही प्रैक्टिस ग्राउंड, मॉडर्न जिम और टीम्स के लिए ड्रेसिंग रूम सहित 30 कॉरपोरेट बॉक्स जैसी जरूरी सुविधाएं यहां दी गई हैं.
पहले मैच के बाद स्टेडियम विस्तार पर फैसला
पिछले साल जून के महीने में मध्य प्रदेश लीग टूर्नामेंट के साथ इस स्टेडियम का उद्घाटन हुआ था और उसके बाद अक्टूबर में भारत और बांग्लादेश के बीच टी-20 सीरीज का मैच यहां आयोजित हुआ था. इन टूर्नामेंट के दौरान हुए मैच में जिस तरह क्रिकेट प्रेमियों की भीड़ जुटी उसे देखते हुए यहां सुविधाएं बढ़ाने का फैसला लिया गया है.केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया, '' अब ग्वालियर के नए क्रिकेट स्टेडियम की सीटिंग कैपिसिटी बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है. जहां अब तक क्रिकेट मैच के दौरान स्टेडियम में 30 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था थी, उसे अब बढ़ाकर 50 हजार किया जाएगा.
स्टेडियम के विस्तार के लिए बीसीसीआई कर रहा फंडिंग
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कहते हैं, '' अभी स्टेडियम 30 हजार की क्षमता का बन चुका है. यहां पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच भी भारत और बांग्लादेश के बीच 6 अक्टूबर 2024 को खेला गया और इसके जरिए 14 वर्ष के सूखे के वातवरण को समाप्त किया गया है. और अब ग्वालियर चंबल में अनेकों मैच खेले जाएंगे, स्टेडियम की क्षमता बढ़ाने के लिए भी हम संकलित हैं, जिसके लिए बीसीसीआई से भी राशि आ रही है और आने वाले समय में स्टेडियम की क्षमता बढ़ायेंगे और 50 हजार तक इसे ले जाने का हमारा प्रयास रहेगा.''