गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा, IMD ने जारी किया चेतावनी
उत्तर भारत में अब धीरे-धीरे गर्मी जोर पकड़ रही है। शनिवार से यूपी से लेकर राजधानी दिल्ली में गर्मी के तेवर और तीखे होंगे। हालांकि आसमान साफ रहने और तेज धूप खिलने से तापमान में भी लगातार इजाफा होगा। अगले छह दिनों के दौरान मौसम के इस तल्ख मिजाज में बदलाव के कोई आसार नजर नहीं आ रहे।
कश्मीर हिमाचल में बर्फबारी के आसार
आईएमडी ने अगले दो दिन तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी के साथ बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा-पंजाब, यूपी और बिहार में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई जा रही है।
पीतमपुरा दिल्ली के सबसे गर्म इलाके रहा
इस बीच दिल्ली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान जहां सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक 32.8 डिग्री सेल्सियस वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर पर 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 84 से 24 प्रतिशत रहा। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री की दृष्टि से रिज क्षेत्र और पीतमपुरा जबकि सर्वाधिक न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री की दृष्टि से पीतमपुरा दिल्ली के सबसे गर्म इलाके रहे।
दिल्ली की हवा लगातार साफ ही चल रही है
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शनिवार को आसमान साफ रहेगा। दिन में तेज धूप खिलेगी। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 और 16 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। 26 मार्च तक यह 37 और 20 डिग्री तक पहुंच जाएगा। दूसरी तरफ दिल्ली की हवा लगातार साफ ही चल रही है।
यूपी के कई जिलों में बारिश होने की संभावना
सीपीसीबी के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआइ 144 यानी मध्यम श्रेणी में रहा। एक दिन पहले बृहस्पतिवार को यह 156 रहा था। यानी 24 घंटे के भीतर इसमें 12 अंकों की कमी दर्ज की गई है। एनसीआर के शहरों में भी एक्यूआइ संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शुक्रवार-शनिवार तक कई हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
बिहार-झारखंड में बदलेगा मौसम
24 मार्च तक नए विक्षोभ के भी आने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड के कुछ हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने के साथ बारिश की संभावना है। पूर्वोत्तर के ओडिशा, दक्षिण में केरल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में आंधी तूफान के साथ बादलों के गरजने और बारिश का पूर्वानुमान है।
ग्लेशियर हैं तो जल है, जल है तो जीवन है
नी का मोल प्यास लगने पर ही पता चलता है। वर्तमान में इस अनमोल प्राकृतिक संसाधन की प्रचुर मात्रा के चलते प्यास के इस मोल का पता नहीं चल रहा है, लेकिन सोचिए कुछ साल दशक बाद जब यह पानी नहीं रहेगा तो आपका गला तर कैसे होगा। उस आशंकित समय में भी आपकी प्यास बुझ सके, इसलिए पूरी दुनिया में पानी की बूंद-बूंद बचाने और इसके किफायती इस्तेमाल को बढ़ावा देने की गुहार कई मंचों से लगाई जा रही है।
22 मार्च को विश्व जल दिवस का आयोजन
इसी क्रम में दुनिया भर में 22 मार्च को विश्व जल दिवस का भी आयोजन किया जाता है। इस बार इस आयोजन की थीम है 'ग्लेशियर संरक्षण'। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि दुनिया भर में पेय जल का 70 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं ग्लेशियरों में संरक्षित है।