युवाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध-सीएम

जयपुर । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि फिटनेस केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि हमारे जीवन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने फिट राजस्थान अभियान शुरू करने का संकल्प लिया था, रन फॉर फिट राजस्थानÓ इसी संकल्प का प्रतीक है। शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि देश में युवा, महिला, किसान और मजदूर सशक्त होंगे तो देश-प्रदेश भी सशक्त होंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा राजस्थान दिवस महोत्सव के तहत महिला, किसान, अन्त्योदय, युवा एवं सुशासन को समर्पित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
शर्मा ने राजस्थान दिवस समारोह के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में रन फॉर फिट राजस्थान दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा स्वयं भी दौड़ में शामिल होकर प्रदेशवासियों को स्वस्थ रहने का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर खिलाड़ी को पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवाने तथा उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए हमने वर्ष 2024-25 में 1614 खिलाड़ियों को 34 करोड़ रुपये की सहायता स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ भूखंड आवंटन, सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता और रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। स्पोर्ट्स लाइफ इंश्योरेंस स्कीम से खिलाड़ियों को सुरक्षा कवच भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन ओलंपिक-2028 के तहत 50 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा और जयपुर में 20 करोड़ की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्पोर्ट्स की स्थापना की जाएगी। शर्मा ने कहा कि सात चरणों में हुए राजस्थान के एकीकरण की यात्रा में चौथे चरण में वृहद् राजस्थान की स्थापना एक महत्वपूर्ण पड़ाव था, जिसकी यादों को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए हर साल राजस्थान दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि वृहद् राजस्थान की स्थापना संवत 2006 की चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को रेवती नक्षत्र इंद्रयोग में हुई थी, जिसे राजस्थान के एकीकरण में अहम भूमिका निभाने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी ने विशेष महत्व दिया था। उनकी और समस्त प्रदेशवासियों की भावना को सम्मान देते हुए राज्य सरकार ने अब हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर ही राजस्थान दिवस मनाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान का खेलकूद के क्षेत्र में गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। कई खेलों में हमारे खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रदेश की पताका लहराई है। पेरिस ओलंपिक में अनंतजीत सिंह व महेश्वरी चौहान ने निशानेबाजी में हिस्सा लिया। पेरिस पैरालंपिक में अवनी लेखरा ने स्वर्ण, सुंदर सिंह गुर्जर और मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीतकर प्रदेश को गर्व का अवसर दिया। उन्होंने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे खिलाड़ियों ने 43 पदक हासिल किए। ये उपलब्धियां हमारे युवाओं की प्रतिभा का प्रमाण हैं।