आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने मंगलवार को कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी कि कश्मीर के पहलगाम में 26 नागरिकों की नृशंस हत्या के बाद पाकिस्तान के पक्ष में बोलना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पवन कल्याण ने सुझाव दिया कि इस तरह की हिंसा का समर्थन करने वाले कुछ कांग्रेस नेताओं को भारत छोड़कर पाकिस्तान में बस जाना चाहिए। पवन कल्याण ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में रहते हुए पाकिस्तान का समर्थन करना कतई स्वीकार्य नहीं है।

'राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद की बात करना शर्मनाक'

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 'कश्मीर हमारा है। राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद की बात करना शर्मनाक है।' हालांकि पवन कल्याण ने किसी नेता का नाम लिए बिना कहा कि सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए राष्ट्रीय एकता और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगा जो भारत विरोधी भावनाओं या आतंकवाद का समर्थन करता हो। कल्याण ने कहा कि पहलगाम हमले ने देश को गहरा सदमा दिया है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। 

'आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने की जरूरत'

जन सेना पार्टी ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों में से एक, आंध्र प्रदेश निवासी मधुसूदन राव के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। कल्याण ने कहा कि जब वह राव की पत्नी से मिले, तो उन्होंने कहा, "वे कश्मीर गए क्योंकि यह भारत का है। यह हिंदुओं का एकमात्र देश है। हम और कहां जाएंगे?" उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि आंध्र प्रदेश के एक अन्य पर्यटक जेएस चंद्र मौली के सिर पर 35-40 गोलियां चलाई गईं। हमलावरों का विरोध करने की कोशिश करने वाले एक मुस्लिम घुड़सवार की भी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि खुली सीमाएं, रोहिंग्या घुसपैठ और पिछले हैदराबाद विस्फोट याद दिलाते हैं कि जहां कहीं भी आतंकवाद होता है, उसका असर भारत पर पड़ता है और इसका डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए।