उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने एक पहल शुरू की है, जहां नए पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड़ ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें अधिकारियों को जनता को संबोधित करते समय सम्मानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है. पुलिसकर्मियों को कहा गया है कि वह आम लोगों से बात करते हुए अब नाम के बाद ‘आप’ और ‘जी’ लगाएं और ‘तुम’ या ‘तू’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना है.

इसके साथ ही निर्देश में पुलिस थानों में आने वाले लोगों को पानी पिलाने और बच्चों को चॉकलेट बांटने का काम भी किया जाएगा. यह पहल नंदग्राम थाने में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर और दो हेड कांस्टेबलों ने एचएमएल कॉलेज के डायरेक्टर धीरज शर्मा के साथ हुए खराब व्यवहार के तीन दिन बाद शुरू की गई है. धीरज शर्मा शनिवार को राज नगर एक्सटेंशन स्थित रिवर हाइट्स सोसायटी के रहने वाले किसी व्यक्ति के साथ विवाद के बाद शिकायत दर्ज कराने थाने आए थे. धीरज शर्मा की शिकायत के बाद SI लेखराज और हेड कांस्टेबल रावेंद्र और सगीर को सस्पेंड कर दिया गया.

कॉल पर भी प्यार से बात

सोमवार को गौड़ ने बताया कि इन दिशा-निर्देशों का उद्देश्य पुलिस-पब्लिक के बीच सौहार्दपूर्ण रिश्ते कायम करना और लोगों को उत्पीड़न के डर के बिना पुलिस स्टेशनों या अधिकारियों से संपर्क करने के लिए बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि मैंने कर्मचारियों से कहा है कि वह शांत और तरीके से जनता से बातचीत करें और दूसरो पर तंज करने से बचें. उन्हें कॉल पर भी प्यार से बात करने के लिए कहा गया है.

दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं

17 अप्रैल को गाजियाबाद के दूसरे पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, गौड़ ने पुलिसकर्मियों को यह निर्देश दिया था कि एफआईआर की कॉपियां 24 घंटे के अंदर शिकायतकर्ताओं के घरों तक पहुंचाई जाएं. अधिकारियों और एसएचओ के साथ मीटिंग में उन्होंने पुलिस अधिकारियों को ये निर्देश दिया था कि पुलिस स्टेशनों में आने वाले लोगों के साथ विनम्र व्यवहार किया जाए. उन्हें बैठने के लिए जगह और पानी दिया जाए. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, बच्चों, दिव्यांग व्यक्तियों और गरीबों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मोबाइल फोन का इस्तेमाल

इसके साथ ही गौड़ ने यह भी दोहराया कि सूर्यास्त के बाद किसी भी महिला को पुलिस स्टेशन नहीं बुलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि महिलाएं महिला हेल्प-डेस्क पर महिला अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करा सकती हैं. उन्होंने पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन, ब्लूटूथ डिवाइस, चार्जर या ईयरफोन का इस्तेमाल नहीं करने का भी निर्देश दिया. अगर कोई पुलिस अधिकारी खराब व्यवहार करता है तो उसका ऑडियो या वीडियो डीसीपी के मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.