परिवहन विभाग मध्यप्रदेश-चरम पर अवैध वसूली / आयुक्त का महिना 50 लाख मुरैना प्रभारी का दावा

धर्मवीर सिंह 9425111280
ग्वालियर। एक बार फिर से परिवहन विभाग में अवैध वसूली का पहिया अपनी रफ्तार पकड़ चुका है यही कारण हैं कि अब वरिष्ठ अधिकारियों को पहुंचाई जाने वाली महिनादारी की बातें खास से आम हो गईं। पुराने सूचीबद्ध पेट माफिया जब अपनी बात लेकर मुरैना-भिण्ड चैकपाॅइंट प्रभारी टीएसआई शंकर पचौरी के समक्ष पहुंचते हैं तो वह परिवहन आयुक्त को 50 लाख महिनादारी देने का रोना रोकर दिखा देता है। साथ में यह भी बातें सामने आयी हैं कि अभी कुछ बच ही नहीं रहा है। खींचतान कर अपना खर्चा चला रहे हैं। 50 लाख महिना तो परिवहन आयुक्त को जा रहा है। 15 लाख राजस्व में, 5-5 लाख रूपये भार्गव और किरन जी को बांकी एक बहुत बड़ा थैला भोपाल बंगले पर भी देना पड़ रहा है इसलिये मैं आप लोगों की सेवा अभी नहीं कर पाउंगा क्योंकि अप्रैल से हम वसूली और बढ़ाएंगे। अभी कुछ ऑर्डर आने हैं। कुछ ही महिनों में सभी को खुश कर दूंगा।
इस प्रकार के आश्वासन और बातें टीएसआई शंकर पचौरी से सुनने वालों ने खास से आम जरूर कर दीं परन्तु बात में सच्चाई कितनी है इस बात में अभी संशय बना हुआ है। क्योंकि परिवहन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की बातों पर कभी पूर्णतः भरोसा नहीं किया जा सकता। ऐसी बातें कई बार सौरभ के द्वारा भी लोगों से कहीं गई थीं। लेकिन जब वह माल सहित पकड़ा गया तब पता चला कि ये लोग कितना गोलमाल करते हैं। हो सकता है परिवहन आयुक्त एवं अन्य अधिकारियों को दी जाने वाली महिनादारी की बातें सही हों। क्योंकि कुछ तो दिया जा रहा है जिसकी दंभ पर खुले आम पूर्व की तरह मुरैना में वसूली का आलम बन गया। कई लोग अपनी निजी गाडियों से वहां पहुंचते हैं और पहाड़ी के नीचे गाडियां पार्क करके वसूली करने में परिवहन स्टाफ का साथ देते हैं। जिसके हमारे पास वीडियो साक्ष्य हैं।
स्पाॅट पर नहीं रहता प्रभारी टीएसआई
शंकर पचौरी जो प्रभारी टीएसआई है वह कार्य स्थल पर दिखाई नहीं देता है उसकी गैर मौजूगी में उसके दो खास अय्यार प्रधान आरक्षक अभिषेक भुजंग और महेश मांझी अवैध वसूली का पूरा कार्य बहुत ही ईमानदारी से निभा रहे है। पूर्व में कार्यरत निजी कटरों की मानें तो शंकर पचौरी उच्च अधिकारियों की आंख में धूल झोंकने का कार्य कर रहा है। कम वसूली का रोना रोकर लाखों की चोरी कर रहा है। क्योंकि कई सूचीबद्ध ट्रांसपोटरों का पैसा वल्क में आना शुरू हो गया है। जिसकी भनक शायद उच्च स्तर तक नहीं पहुंची है। कुल मिलाकर देखा जाये तो यदि कोई चैकपाॅइंट प्रभारी परिवहन आयुक्त से लेकर भोपाल में बैठे वरिष्ठों को चोर बता रहा है तो वह कितना सरीफ हो सकता है। इस बात का अंदाजा आप स्वतः लगा सकते हैं।
आयुक्त महोद्य क्या यह सही है
परिवहन आयुक्त महोद्य आप फोन पर उपलब्ध होते नहीं ग्वालियर में मिलते नहीं परन्तु यह खबर आप तक पहुंच ही जाएगी तो कृपया 9425111280 नंबर पर यह बताने का कष्ट अवश्य करना कि आपका बदां मुरैना चैकपाॅइंट प्रभारी टीएसआई शंकर पचौरी ने जो बातें लोगों को आपके विषय में बताई हैं कि आप 50 लाख महिनादारी उससे अवैध वसूल करने के एवज में ले रहे हैं। क्या यह सही है? यदि यह सही है तो आप बहुत सही कर रहे हैं। क्योंकि मुरैना चैकपोस्ट ए क्लास चैकपाॅइंटों मे आता है। यहां से इतना तो आपका हक बनता है। और यदि आप को कुछ नहीं दिया जा रहा है तो फिर इस अवैध वसूली और इस टी एस आई के खिलाफ कढ़ी कार्यवाही करना आपका परमधर्म है। क्योंकि जब सहायक विनोद भार्गव से पूछा गया कि प्रवर्तन का जिम्मा किस पर है तो उन्होंने कहा कि इंटरनल तौर पर इसे किरन शर्मा देख रहे हैं। हमें जो मिल जाये उसमें खुश हैं और नहीं मिले तो भी। क्या कोई बताने का कष्ट करेगा कि यहां चल क्या रहा है।...
कहानी अभी बांकी है। जनाब...