परिवहन विभाग मध्यप्रदेश / अवैध वसूली कांड मई से चालू हो जाएंगी चैकपोस्ट / आयुक्त के स्टेनो का दावा
Updated on 26 Mar, 2025 07:36 PM IST BY MEDIAMIRCHI.COM
धर्मवीर सिंह - 9425111280
ग्वालियर। बस अब बहुत हुआ। कब तक बंद रहेंगीं चैकपोस्टें। ऐसे प्रश्न करते हुए राजनीतिक और विभाग में कई पेट माफियाओं को देखा गया। लाखों लोग बे-रोजगार हो गये अगर पुन: अवैध वसूली का सिलसिला चालू करने का बीड़ा अगर परिवहन आयुक्त ने अपने स्टेनो सत्यप्रकाश के हाथों में सौंपा है तो इसे दो नजरों से देख सकते हैं। एक तो इस अवैध वसूली से लाखों परिवार का चूल्हा जल रहा है। वहीं दूसरी नजर ये है कि फिर से कोई सौरभ पकड़ा गया तो विभाग और सरकार के दामन पर विपक्ष द्वारा भ्रष्टाचार के दाग लगाए जाएंगे। कुछ वरिष्ठ राजनेताओं का कहना है कि स्टेनो सत्यप्रकाश ने सीएम हाउस तक अपनी पतंग उड़ाना शुरू कर दी लेकिन यह बात अभी स्पष्ट नहीं हुई कि वहां इसकी पतंग की चकरी कौन थामे हुए है। प्रदेश मुखिया की दशा और दिशा बताती है कि वे इस काजल की कोठरी से काजल निकलवाने में वे इनका साथ नहीं देंगे क्योंकि वे कान्हावादी साफ सूथरी छवि के साथ जनता और मीडिया पटल पर दिखाई दिए हैं। स्टेनो सत्यप्रकाश जैसे सैकड़ों लोग उनके आगे पीछे घूमते देखे जाते हैं। हर तीसरा इंसान सीएम से अपनी जान पहचान बताने से परहेज नहीं करता इसलिये लग रहा है कि ये स्टेनो सीएम के नाम को यूं ही लिये घूम रहा है। मामला कुछ और ही हो सकता है जिसके दंभ पर वह चैकपोस्टों को चालू करवाने और वसूली का मुखिया बनने की दंभ भर रहा है।
मई से चालू हो सकती हैं चैकपोस्ट
स्टेनो सत्यप्रकाश से चुपके हुए लोगों का मानना है कि एक मई से पुन: चैकपोस्टों का संचालन शुरू हो जायेगा। तैयारियां पूरी करने के लिये विभाग में अंदर ही अंदर प्रक्रिया चालू है। जल्द कोई प्रवर्तन उपायुक्त की पोस्टिंग भी होने के संकेत दिये गये हैं। विभागीय सूत्र इस बात की पुष्टी कर रहे हैं कि सत्तू एक बार फिर अवैध गतिविधियों का पॉवर अपने हाथ में लेने का ब्लू प्रिंट तैयार कर चुका है। लेकिन यह पिक्चर अभी धुंधली है इसमें कौन-कौन किस किस किरदार में है साफ दिखाई नहीं दे रहा। परन्तु स्टेनो सत्यप्रकाश ने बहुत ही भलाई का काम चालू करवाने की दंभ भरी है जिसमें अधिकारी कर्मचारियों के मुंह जरूर काले हो जाते हैं परन्तु पैसा भरपूर मिलता है। इससे वह दिन याद आते हैं जब ये स्टेना पॉवर में था और होली दिवाली पर आरटीआई फोन करके लिफाफा संबधितों को पहुंचाया करते थे। अब देखना बांकि है कि सत्तू की बातों में कितना दंभ है। क्या वह इस अवैध वसूली के पुन्य कार्य को आयुक्त विवेक शर्मा के दिव्य हस्तों से आरंभ करा पाता है या नहीं?
स्टेनो का वसूली किंग शंकर पचौरी ?
मुरैना जिले में चैकपॉइंट और अवैध वसूली जैसे पुन्य कार्य का जिम्मा आयुक्त साहब ने सहायक परिवहन निरीक्षक शंकर पचोरी को दिया जो पूरी शिद्दत से अपना फर्ज निभाते हैं वे चैकपॉइंट पर हो न हो कोई फर्क नहीं पड़ता उनका स्टाफ उनके लिये पूरी तरह सेवा में समर्पित रहता हुआ दिखाई दिया। स्टाफ को अपने प्रभारी पर स्वयं से ज्यादा विश्वास है कि यदि वे कानून का सरेआम बलात्कार करते हुए पकड़े जाते हैं तो उनका प्रभारी आयुक्त को कोई भी विरोधी कार्यवाही करने से रोक सकता है इतना अधिक विश्वास स्टाफ का प्रभारी पर होना और प्रभारी का परिवहन आयुक्त पर होना एक अच्छे तालमेल का संकेत है। जिससे लगता है कि वह दिन दूर नहीं जब पूरे प्रदेश में चैकपोस्टें चालू होकर अवैध वसूली और देश-प्रदेश के विकास में अपना सहयोग प्रदान करेंगी व इन चैकपोस्टों से भगाये गये गैर विभागीय लोगों को जिन्हें हम कटर कहकर संबोधित करते उन्हें बाइज्जत बुलाकर अपने-अपने पुन्य कार्यों में लगाया जाएगा। क्या फर्क पड़ता अगर सहायक परिवहन निरीक्षक पचौरी अवैध वसूली कर रहा है। यदि मामला ईमानदारी से आयुक्त और स्टेनो से मिलकर चलाओगे तो बचे रहोगे नही तो मुंह पर कालिख पुतने में देर नहीं लगेगी। क्योंकि सत्तू इज बैक और आयुक्त इज पैक ?
नये सौरभ की तलाश में स्टेनो
सूत्र बताते हैं कि सत्यप्रकाश अब जिस भी चक्रव्यू की रचना कर रहा उसमें स्वयं को बाहर रखते हुए मंत्री जी के तिवारी जी को दाखिल जरूर रखता क्योंकि स्टेनो कभी अवैध वसूली का किंग था और उसे विभाग के उस गंदे से गंदे कौने की जानकारी है जहां कानून को बंधक बनाकर रखा गया है। वहीं विभाग के चपरासी से लेकर कई अधिकारी इसके खास मुखबर हैं। जिनका नाम हम आगे बताएंगे। इनसे सावधान रहना ही वरिष्ठ अधिकारियों के लिये फायदे का सौदा है वर्ना मधुबाबू बनने में देर नहीं लगती। खैर हालातों के मद्देनजर आवश्यकता इस बात की है कि सत्यप्रकाश को एक नए सौरभ की तलाश है। जो इसके ईशारों पर कार्य कर सके। अब देखतें हैं कौन बनना चाहेगा इस स्टेनो का मोहरा। बात जग जाहिर है कि पुराना हिष्ट्रीशीटर अपने कार्यों के लिये नये शूटरों को तैयार करता है। वही सिलसिला यहां बनता दिखाई दे रहा है। काहनी अभी बाकी है.....